Natasha

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स्पेयर पार्ट्स

‘हाँ, हेरो\' ऑफिसर ने कहा, “इसके बिलकुल उपयुक्‍त नाम है। इसकी सुइयाँ हेरो के दाँतों की ही तरह लगाई गई हैं और पूरी मशीन ही बहुत कुछ ‘हेरो\' जैसा ही काम करती है, हालाँकि इसकी क्रियाएँ एक स्‍थान पर ही सीमित हैं, साथ ही यह कुछ अधिक कलात्‍मक है। लेकिन आप जल्‍दी ही इसे समझ लेंगे। 



बेड पर सजायाफ्‍ता को लिटा दिया जाता है। इसे शुरू करने के पहिले मैं आपको इसके बारे में विस्‍तार से बतलाऊँगा, तभी आप इसकी विशेषताओं को अच्‍छी तरह समझ सकेंगे। इसके अलावा डिजाइनर के चक्‍के का एक कांटा कुछ ज्‍यादा ही खराब है इसलिए वह अधिक आवाज़ करता है चलाए जाने पर। उसकी आवाज़ आप सुन ही नहीं पाएँगे।


 दुर्भाग्‍य से स्‍पेयर पार्टस का मिलना तो यहाँ बेहद कठिन है। बहरहाल यह रहा बैड। जैसा मैंने आपसे कहा, इसकी ऊपरी सतह को सूती ऊनी कपड़े से ढाँक दिया गया है। ऐसा क्‍यों किया गया है आपको बाद में पता चल जाएगा। इसी सूती-ऊनी कपड़े पर अपराधी को लिटा दिया जाता है- उल्‍टा मुँह करके स्‍वाभाविक है उसके पूरे कपड़े उतारने के बाद। 


हाँ, ये रहे हाथ बाँधने के पट्टे और ये पैरों के लिए और यहाँ गर्दन के लिए। यह सब कसकर बाँधने के लिए किया जाता है। यहाँ बैड के सिरहाने जहाँ आदमी का, जैसे मैंने कहा, चेहरा रहता है, यहीं पर फेल्‍ट का बना टुकड़ा मुँह को बन्‍द करने के लिए है, जिसे आसानी से चलाने पर वो सीधे मुँह में चला जाता है। उससे आदमी की जीभ कटने से और वह चीखने से बच जाता है।


 अब यह तो स्‍वाभाविक ही है आदमी को फेल्‍ट जबर्दस्‍ती मुँह में रखना पड़ता है, ऐसा नहीं करने पर उसकी गर्दन पट्टे के कसाव से टूट जाएगी।” “क्‍या यह भी सूती-ऊनी है?” अन्‍वेषक ने आगे बढ़ झुककर देखते हुए पूछा। “हाँ” ऑफिसर ने मुस्‍कराते हुए कहा, “आप उसे उंगली से छूकर महसूस कर सकते हैं” और अन्‍वेषक का हाथ पकड़ उसके ऊपर रखते हुए कहा, “इसे विशेष तौर पर सूती-ऊनी बनाया गया है, इसीलिए तो यह अलग दिखता है।


 मैं आपको बाद में बतलाऊँगा कि ऐसा जानबूझकर क्‍यों किया गया है।” अन्‍वेषक की रुचि मशीन में जागने लगी थी। उसने अपनी आँखों पर एक हाथ से सूरज से बचने के लिए छाया की और घूर कर देखने लगा। मशीन अच्‍छी बड़ी थी। बैड और डिजाइनर एक ही साइज के थे और दो अंधेरे बॉक्‍स जैसे दिखते थे। 

डिजाइनर बैड से दो मीटर ऊपर लटका था, दोनों चारों कोनों में चार तांबे के रॉड से जुड़े थे जो सूरज की तेज रोशनी में चकाचौंध फेंक रहे थे। इन दोनों के बीच हैरो स्‍टील के रिबन से हिलता-डुलता था।

ऑफिसर ने अन्‍वेषक की प्रारम्‍भिक अरुचि पर कोई ध्‍यान ही नहीं दिया था लेकिन अब जागती और बढ़ती रुचि का उसे आभास हो गया था इसलिए उसने मशीन के बारे में बतलाना बन्‍द कर दिया था ताकि वह आराम से देख-समझ सके। 


सजायाफ्‍ता अन्‍वेषक की हरकतों की नकल कर रहा था और चूँकि अपनी आँखों को ढंकने के लिए हथेली का उपयोग नहीं कर सकता था इसलिए बिना आँखों को ढंके वो ऊपर देखे जा रहा था।

“हूँऽऽ तो आदमी लेट जाता है” अन्‍वेषक ने कुर्सी पर पीठ टिकाते हुए एक पैर को दूसरे पर रखते हुए कहा।

“हाँ”, ऑफिसर ने अपनी कैप को कुछ पीछे सरकाते और अपने तपते चेहरे पर हाथ फेरते हुए कहा, “तो अब जरा ध्‍यान से सुनिए। बैड और डिजाइनर दोनों के साथ बिजली की बैटरी है, बैड को अपने लिए चाहिए और डिजाइनर के हेरो के लिए। 


जैसे ही आदमी को स्‍टे्रप से बाँध दिया जाता है और बेड को चालू कर दिया जाता है। वो एक मिनट में ही काँपने लगता है तेज गति से, एक ओर से दूसरी ओर, साथ ही ऊपर नीचे भी होने लगता है? आपने ऐसे उपकरण अस्‍पतालों में देखे होंगे, लेकिन हमारे बैड की गतियाँ एक व्‍यवस्‍था के तहत चलती हैंऋ आप समझ रहे हैं न, उसे हेरो की गति अनुसार चलना होता है और हेरो ही वह हिस्‍सा है जो सजा देने का मुख्‍य काम करता है।”

“और सजा कैसे दी जाती है?” अन्‍वेषक ने प्रश्‍न किया।

“आपको क्‍या यह भी नहीं मालूम है!” आश्‍चर्य प्रकट करते हुए ऑफिसर ने अपने होंठ काटे। “प्‍लीज़ मुझे क्षमा कर देंगे यदि आपको मेरा समझाना कुछ अटपटा-सा लगे तो। मैं आपसे क्षमा माँगता हूँ, दरअसल बात यह है कि हमेशा कमाण्‍डेंट ही समझाने का काम करते आए हैं, और हमारे नए कमाण्‍डेंट अपने इस कर्त्त्‍ाव्‍य से बचते हैं, 


और वह भी महत्त्‍वपूर्ण मेहमानों के सामने” -अन्‍वेषक ने इस सम्‍मान को दोनों हाथों के इशारे से उसे रोकना चाहा, लेकिन ऑफिसर ने जोर देकर कहा- “आप जैसे महत्त्‍वपूर्ण मेहमान को यह भी न बतलाया जावे कि सजा दी कैसे जाती है, यह तो पूरी तरह नई बात है जो” 

-कह वह कुछ कठोर शब्‍दों का उपयोग करने जा रहा था लेकिन उसने भरसक अपने को रोक केवल इतना कहा, “मुझे तो यह पता ही नहीं था, दरअसल यह मेरी ही गलती है बहरहाल मैं ही विस्‍तार से समझाने के लिए एकमात्र जानकार यहाँ उपस्‍थित हूँ, क्‍योंकि मेरे पास है”, कह उसने अपने सीने के जेब को थपथापते हुए कहा, “वह आवश्‍यक नक्‍शा जिसे हमारे पूर्व कमाण्‍डेंट ने बनाया था।”

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